आज फिर इस उलझन में खोती जा रही हूँ तुझे भुलाने की नाक़ाम कोशिस करती जा रही हूँ भूलना चाहती हूं तेरी यादो को फिर क्यों उन्ही यादो में खोती जा रही हूँ तेरे संग जो बीती यादे अच्छी थी वो सारी बाते आज फिर उन यादो में खोती जा रही हूँ तुझे भुलाने की नाक़ाम कोशिस करती जा रही हूँ तेरे संग होना मेरी एक गलती से लगता है पर आज भी उस गलती को जीती जा रही हूँ तुझे भुलाने की नाक़ाम कोशिस करती जा रही हूँ दोस्त था तू मेरा पर तेरी दोस्ती की चाहत में खोती जा रही हूँ तुझे भुलाने की नाकाम कोशिस करती जा रही हूँ आज हर मंज़िल अंजान लगती है अब तेरी दोस्ती बेजान लगती है इस बेजान दोस्ती को एक तरफ़ा निभाती जा रही हूँ आज फिर इस उलझन में खोती जा रही हूँ तुझे भुलाने की नाकाम कोशिस करती जा रही हूँ