काफी कुछ लिखने की कोशिश करती हूं.... हर ऊंचाई चढ़ने पर खुद से ही एक सवाल करती हूं... अंधेरों के इस सफर में रोशनी की तलाश में भागती हूं... ज़िन्दगी की उन ठोकरों से संभलने का भी हुनर सीखती हूं... कौन मुझे रोकेगा इस भीड़ में खुद ही को ढूंढती हूं.... ...अल्फ़ाज़💕 श्रेया ©shreya vaish #newYear2022❣️