अब मिल भी ना सकेंगे रूठा जो मंज़र है मिलन का अब फिर भी मिलकर जुदा हो जाएंगे चाहो तो तोड़ दो ये मंजर जकड़ लो बेड़ियां से मुझे बांध दो कहीं अपनी प्यार की बेड़ियों से आज मिल ना सके शायद महफूज हमारा ओ वक्त होगा जब हम पहली बार मिले थे मिल न सके अब मिल भी न सकेंगे? #मिलनसके #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi