तन्हाईयों से मेरी कुछ इस कदर #रूबरू हो गए वो भी मेरी तरह #महफ़िलों से गुजरना छोड़ दिये.. मालूम हुआ जो उन्हें कि मुझे #सादगी पसन्द है शौकीन थे वो #गहनों के फिर सवरंना छोड़ दिये... ©Nishank Pandey #change