जितना है,तो मुसकुरा रहे, मायूसी तो,ऐसे ही मकबूल हैं। ख्वाहिशे समेट रहे खुशियों में, सुना है जमाने में मौत मसहूर हैं। #जमाने_में_मौत_मसहूर_हैं #death_is_famous_in_the_world शुभम सिंह