( अच्छा लगता है ) ( एक अधूरी ग़ज़ल ) अच्छा लगता है तेरा मुझे यूँ छुपकर देखकर मुस्कुराना मुझे अच्छा लगता है , अच्छा लगता है वो सर्द रातों में रजाई में घुसकर घंटो तुम से बतियाना मुझे अच्छा लगता है , और हां ये भी सच है कि मुझे नफ़रतें हो गयी है कुछ हसीन चेहरों से , मगर तेरा वो पीले सूट पर काला दुपट्टा डालना मुझे अच्छा लगता है । अनमोल यादव (गुमनाम शायर) #anmolgumnaam