सब भक्तों को वाणी देकर हर भक्त का मां उद्धार करो दीन दुखी सब आए मां द्वारे सबका मां कल्याण करो।। जो जिस विधि पूजे माता वहीं विधि मां स्वीकार करो श्रद्धा का फूल चढ़ाएं मां कोई शब्दों से अरदास करे सबका मां कल्याण करो।। जो कुछ मांगे भक्त तुम्हारे उसको कभी न निराश करो पुत्र रतन मां देती हंसकर दौलत से मां भंडार भरे सबका मां कल्याण करो । मेरी मां की मां पीड़ा हर लो पिता को स्वर्ग में स्थान मिले पुत्र हमारा मां ज्ञानवान हो पुत्री के मां कदम रूके ना पत्नी मेरी स्वस्थ रहें मां सबका मां कल्याण करो।। मुझको मां तुम गीत बताना भूले को मां राह दिखाना जो मुझसे रूठे गए हैं माता मां उनको मेरा हाल बताना पूरा भारत खुशहाल रहे मां विश्व का कल्याण करो मां।। ©Hori lal Vinita जय मां शारदा।।