बेटे के लिए ही क्यों होती रोज़ लड़ाई है क्यू खुश नही कोई की बेटी घर आई है माँ हम भी तो तेरे ही कोख़ से पैदा हुए फिर लोग क्यूं कहते हैं की बेटी पराई है ✍शिबु सिद्दीकी_इरसाद आलम बेटी पराई है