वो ख़ुदा की रहमत, वो दिल-धड़कन की ज़रूरत है, लफ़्ज़ों की ख़ूबसूरती उससे, वो तन्हाई की राहत है। ख़ामोशियाँ और ख़याल करते हैं उसी की सिफ़ारिश, लम्हा-लम्हा महकता उससे, वो दुआओं की नेमत है। — % & Restzone- लेखनसंगी #restzone #rzलेखकसमूह #rztask260 # अहसास_ए_बयाँ #deepshikha_skb #yqdidi #sangeetapatidar Collaborating with Deepshikha skb