कुछ लिहाज रखते हैं, कोई बरबाद फिरते है, फिर हम साए से पंछी आते है जो दोनों आबाद उड़ते हैं तुम जानते जाते हो हाल यूँ बिना बतलाये हम ठहरे थोड़े अनपढ़ से तुम्हें कैसे समझाये फिर आते है बातों पे थोड़ा गौर फरमाए बेशुमार सा इश्क है, कोई तुम्हारी अम्मी को भी दिखाए छोटे से सपने है जो सिर्फ तुझपे वारे है जहां का तो क्या है मतलबी है और सभी आवारे है यह एक सात फेरों का मसला है कि क्या है आओ दुनिया को भी बताये कि कौन हमारे और कौन पराए है.... #DEDICATED❤️ ©wordsofshiv #Love