मां ज्योति कलश मां ज्योतिर्मयी ज्योति कलश छलके ज्योति कलश छलके! मां ज्योतिर्मयी ज्योति कलश छलके ज्योति कलश छलके!! अज्ञानी हूं ज्ञान बिना मां चंचल मन इधर-उधर भटके! मां ज्योर्तिमयी ज्योति कलश छलके ज्योति कलश छलके!! लोभ मोह माया मय मद मत्सर ईर्ष्या द्वेश न अब फटके! मां ज्योतिर्मयी ज्योति कलश छलके ज्योति कलश छलके!! दे दो अब वरदान आत्मज्ञान ध्यान का निर्मल मन दमके! मां ज्योतिर्मयी ज्योति कलश छलके ज्योति कलश छलके!! कमलेश विष्णु जिज्ञासु 9140896333 9454348606 ©Kamlesh Vishnu Singh"Jigyasu" ज्योति कलश छलके