मोती नही हुँ रेत का जर्रा तो में भी हुँ ओ दरिया तेरे वुजूद का हिस्सा तो में भी हुँ ए केहकहें बिखरने वाले तू खुश भी है हंसने की बात छोड़ हंसता तो में भी हुँ तैमूर हसन तैमूर तैमूर हसन तैमूर