#मनमर्जियां_इश्क़_की, तुम पर चलाता हूँ, तुम मेरी मेहबूब हो, मैं तुम पर मरता हूँ, उम्र के जिस मोड़ पर, हम तुम खड़े है आज, इश्क़ की मनमर्जियां, होती शुरु यहीं से, कुछ तुम करो, कुछ हम करें, गुस्ताखियां हम इश्क़ में, उम्र ढ़ल जाएगी जब, यादें यही दोहराएंगे, मनमर्जियां यह इश्क़ की, हरदम गुदगुदाएगी.! #अजय57 #मनमर्जियां