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ओ स्त्री तुम्हें कितना सहना पड़ता है। पंख काट दिए

ओ स्त्री तुम्हें कितना सहना पड़ता है।
पंख काट दिए जाते हैं तुम्हारे, 
पिंजरे में रहना पड़ता है।

©Siddharth Chaturvedi #ballet #shayaari #SiddharthChaturvedi
ओ स्त्री तुम्हें कितना सहना पड़ता है।
पंख काट दिए जाते हैं तुम्हारे, 
पिंजरे में रहना पड़ता है।

©Siddharth Chaturvedi #ballet #shayaari #SiddharthChaturvedi