ये कैसा नशा छाया है जो आसानी से नहीं टूटता एक बार फेसबुक क्या चला लिया पूरे दिन हाथ से मोबाइल नहीं छूटता ना जाने ये कैसा जाल बुना है इसके कारण घर में बहुत डाट सुना है फेसबुक पे मिले बहुत से लोग कोई रह गए अंजान कोई बन गए दोस्त इसको छोर के जाना नहीं है आसान अब तो बसने लगी इसमें है मेरी जान Dr masoom ✍️ #Facebook #addition #reading