तुम्हारी आरजू में बाँके बिहारी, द्वार पे लगी हैं अँखियाँ बिचारी, जो एक झलक दिखे तुम्हारी, पूरी हो 'नेह' की कामना हमारी। तुम्हारी आरज़ू में भटकते फिर रहे हैं। #आरज़ू #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #drnehagoswami