कुछ इस तरह से रह-रह कर, उसकी याद हमको सताती रही........ जितना भूलने की कोशिश की, उतना हमको वो याद आती रही........ और हम पढ़ते रहे ग़ज़ल अपने, हाल-ए-दिल पर भरी महफ़िल में....... वो ज़ालिम महफ़िल में बैठकर, हमारी ग़ज़लें सुन मुस्कुराती रही........ ©Poet Maddy कुछ इस तरह से रह-रह कर, उसकी याद हमको सताती रही........ #Memory#Forget#Gazal#Gathering#Heart#Smile#Listen........