जिंदगी बन गई #तमासा, रात दिन की दौड़ में.! मुश्किलें होती न कम, बढ़ती जाती रोज है.! चाहतों को पूरा करते, आ गए है हम कहां.? चाहतें इतनी है कि, पूरा होती ना कभी.! #अजय57 #तमासा