पुतला हूं माटी का माटी है जननी मेरी सांसें तो आनी जानी हैं धरती है संगिनी मेरी मिट जाएगा काल मेरे साथ ही मुझे बनाने वाला मिटेगा ना कभी फिर आता रहूंगा हर युग में खोता रहूंगा मैं फिर सुख दुख में ।। #nojotohindi#life,#sukhdukh#Kavita