बेशक गिनती भूल जाओ तुम अपनी की हुई गलतियों की पर कम से कम अपने आने वाले दिनों में तन्हियों में सिसक कर रोने का एक बार सोच कर ही अपने कर रहे गुनाहों का जरा हिसाब रखा करो ।।।। ©varsha khanwani #zarahisabrakhakaro