उसे कैसा लगता होगा। जो काम से घर लौटकर सर्दी की रात में, दो बजे बार बार जम्हाई लेते हुए आसमान को निहारता हुआ घर के गेट खुलने का इंतज़ार करता होगा। अब सोचो तुम्हारा इंतजार करते हुए हमें कैसा लगता होगा। कैसा लगता होगा? 🤔