हर कोई रूह के करीब नहीं हो जाता है तेरा नाम सुनते ही यूहीं दिल जज्बाती नही हो जाता है कुछ तो वक्त गुजारा होगा तेरे दिल की गलियों में वरना यूहीं किसी की तस्वीरें देखने से दिल खुश नही हो जाता है ©कवि- जीतू जान #intezar poetry