यार तुम खाना लाए भी तो कब ,भूख जाने के बाद , कलियाँ काँटे बनने लगती हैं, सूख जाने के बाद, मैं महफ़िल में सिर्फ शेर सुनाने आया करता था , अब मयखाना सर पर उठाने लगा ,माशूक जाने के बाद .... #Bhukh , #Mahfil ,#Mashook, #Shayari, #Sharif