वो कहती है, हम तुम्हें इतना याद करते हैं,, पूछो ही मत,,, अगर यादों पर मीटर लगा होता,,,, तो सबसे ज़्यादा बिल हमारा ही होता!! हमने भी कह दिया, तुम बिल की चिंता न करो,, हम चुका देंगे,,, तुम बस हमसे फ़रियाद करो,,,, हिचकियां लेते लेते मर जाएंगे,,,,, तुम बस मुझे याद करो!! #आदर्श चौहान ©Adarsh Singh आदर्श चौहान by रघुवंशी जय ठकुराइन राधे राधे