जात-धर्म को छोड़ के देखो, इंसान दिखेगा राम-रहीम को जोड़ के देखो, ईमान दिखेगा राह में बैथे फ़क़ीर को निवाला खिला के देखो नैक दिल ,सच्चा मन और अच्छा जुबान दिखेगा पलकों पे मेहबूब को नहीं माँ को बिठाओ घर में ही तुझको भगवान दिखेगा #nojoto#nojothindi#thesoulfulwriter