मन की गिरहे, अगर ना खोली जाए। तो दिल भारी हो जाय। बाते मन में घर कर जाए, ओर सुख चैन सब मिट जाए, भूल के सारी दुनिया हम , बस मन की भवर में फस जाए, मन की गिरहे, अगर ना खोली जाए, सारी ज़िन्दगी बस बर्बाद हो जाए।। मन की गिरहें, नहीं अगर खुल पाती हैं तो काँटे जैसी बन जाती हैं। #मनकीगिरहें #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #ankitaguptapoetry