चाँदी के कटोरे में.. चाँदी के कटोरे में सजा रखा है क्या, चाँद तारे..... नहीं कुछ नहीं, हीरे जवाहरात मोती, नहीं वो भी नहीं! देखो,मत छुओ ये पिघल जायेगा जो यादों से है संजोया हुआ.... देखो,कितना है ये सहमा हुआ बुलबुले हैं इसमें हाँ...ख्वाबों के! हैं देखे चेहरे कई बदलती हवाओं के, नहीं.....नहीं मत छुओ ये फिसल जायेगा.... डरता है दिल ये इसे ले न जाये, कहीं वक्त की हसीं परी बिन बताये बिन कहे सोचते हुये.... चाँदी के कटोरे में सजा रखा है क्या....। चाँदी के कटोरे में...