ना जाने क्या हुआ हासिल किस गली में छुपा दीदार है मुद्दतें गंवाई उनकी एक झलक को फिर भी कम्बखत दिल बेक़रार है, मेरी रातें अब खामोश सी हैं तसव्वुर में मेरे इन्तजार है वो मेरी चाहत से है वाकिफ़ होने को उन्हें भी प्यार है। #sattylove #sattytude इश्क़ को पहचानते हो इश्क़ को पहचान लो ये वो नहीं जो तुम समझते हो ये वो है जो तुम्हें समझता है।