ज़माना कहता हैं समझदार नही मैं पर क्या करूँ ज्यादा समझदारी मुझे पसंद नहीं ।। भीड़ बड़ी है मेरे आसपास समझदारों की पर क्या करूँ उनमें से कोई मेरे करीब नहीं है ।। मुझे नही सुहाता ये खेल समझदारी का मैं जो हूँ मुझे बस वही बने रहने दो ।। ©Priti Meharwal #Anhoni HARIHAR ARYA Nipendar dhiman raja bhaiya Nimble Limner (Jasmine Sun) Nikhil