इश्क़ में वफ़ा की उम्मीद मत रखना, रुस्वाईया मिलती हैं; और कुछ नहीं । जो दिखता है दूर से मोहब्बत का समंदर, उसमे बस ग़म की परछाईया मिलती हैं; और कुछ नहीं।। ©Naimuddin ishq mei wafa ki umeed mat rakhna