अभिमानी ~~~~~~~ समझे सब खुद को खुदा, औरों को लंगूर। करें पाखण्ड वे बड़े, रहे नशे में चूर।। रहते जो अभिमान से, देते कब सम्मान। मान बड़ाई आपकी, कर कर बनें सुजान।। रच आडम्बर झूठ का, बोले झूठे बोल। खेल कपट का खेल फिर, बहुत बजाये ढोल।। काम पड़े तो लोग सब, जानें सारी पोल। दंभी से बचके रहो, कहे बजाके ढोल।। रहते जो अभिमान से, पाते कब सम्मान। निकले सब मुख फेर कर, बढ़े नहीं पहचान।। भेद जानकर लोग सब, करें नशे को चूर। खुदा बना खुद फिर लगे, बहुत बड़ा लंगूर।। #दोहा #दोहे #अभिमानी #अभिमान #कोराकाग़ज़ #छलावा #glal #yqdidi