कुछ शब्द हैं जो लब पर आकर रुक गए है, है ऐसे जज़्बात कई जो दिल में आकर ठहर गए है, हाथ में थमी कलम भी कुछ बेताब सी हो उठी है, बेक़ाबू सा ये मन है जो बांध तोड़े कुछ कहने को व्याकुल है, जी करता है कि कह दूं उसे इस पागल मन की बात, और फिर वक़्त मुझपर कुछ तरस खाकर, अपनी थपकियों से सहलाकर पूछता है मुझसे.. तुझे उसकी दोस्ती प्यारी है या तेरा इकतरफ़ा प्यार ? वक़्त और हालातों से समझौता कर, अपनी मन की बात मन में ही रख दी वो सदा रहे दोस्त बनकर पास मेरे, इससे बढ़कर ज़िंदगी की कोई और ख़ुशी नहीं #इकतरफ़ा_प्यार #प्यार #वक़्त #बेक़ाबू #मन #दोस्ती #yqbaba #yqdidi Photo credits : qygyzx.com