हमारे पड़ोसी देश श्रीलंका में बीते कुछ माह से अधिक संकट गहरा गया है आर्थिक विकास की दृष्टि से देखा जाए तो वर्ष 2020 में श्रीलंका की प्रति व्यक्ति आय बाजार विनियम दर के हिसाब से साडे $400 का सिक्के क्षमता के आधार पर $13 प्रति वर्ष भारत की कहीं अधिक थी मानव विकास की बात करें तो संयुक्त राष्ट्र के मानव विकास रिपोर्ट 2020 के अनुसार श्रीलंका का स्थान भादरवा था जबकि भारत की आर्थिक विकास की दर लेकिन ऐसा नहीं हो सका और विदेशी मुद्रा भंडार और कम होते चले गए अंतरराष्ट्रीय कर्ज के भुगतान में कथा ही रोकने के लिए श्रीलंका सरकार को अपने स्वर्ण भंडार बेचने पड़े वहीं श्रीलंका परंपरा रूप से पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र रहा और उसके विदेशी मुद्रा अर्जित करने में पर्यटकों का खास योगदान रहा महामारी के चलते पिछले साल पर्यटन से होने वाली आमदनी लगभग $5000000000 घट गई श्रीलंका ने आर्थिक और जिम्मेदारी तरीके से अचानक पूरी तरह से जैविक खेती की ओर आगे बढ़ने का फैसला लिया और रासायनिक खाद के प्रतिबंध लगा दिया रासायनिक खाद के आयात पर रोक लगाने के कारण उत्पादन बुरी तरह प्रभावित हुआ और बेतहाशा बढ़ने लगी ©Ek villain #श्रीलंका का आर्थिक संकट और भारत #drowning