कयामत आती है किसी के चले जाने के बाद, परिंदा भटकता है जैसे बसर उजड़ जाने के बाद, मैं तो मुहाजिर नहीं तेरे अफसानों का मगर, तू पछताएगी जरूर मेरे खो जाने के बाद।। ~आशुतोष दुबे #पछताएगी जरूर मेरे खो जाने के बाद..