तेरी अद़ाऐं ही तेग़ सी हैं माहिया बस एक बार पलट कर तो देखों पता नहीं चलता कत़ल कब कर देती हो ।। तेग़ -तलवार #कोराकाग़ज़ #कोरे_काग़ज़_पर_मस्ती #तेग़