पिता..🤩 माना जन्में हम माँ की कोख से, लेकिन कर्जदार हम बाप के हैं। क्या लिखूँ उस पिता के बारे मे, जिसने सोचा नहीं कभी खुदके बारे मे। चाहे धुप हो, थंड हो,बारिश हो या फिर वो खुद बिमार हो। फिर भी निकल जाते सुबह ही द्युटी पे शाम गुज़र जाती आते रात को नजर में।। अपनें परिवार के ख़ातिर जो कुछ करना पड़े वोह सब करते हैं। खुद की मेहनत की कमाई से पूरे घर में रौनक फैलाते हैं।। बच्चों के लिए नये कपड़े ओर खुदके वही पुराने। कितनी भी हो चाहे परेशानी फिर भी हरदिन मुस्कुराते हैं।। मेरे हर शब्द अधूरे हैं, इस महान व्यक्ती के बारे मे लिखने के लिए चाहे में पुरी किताब ही क्यू ना लिख डालू..!😘 - कवी हर्ष insta@kavi_hrsh pita #pita #pitapoem #Father #fatherlove