जब तेरी दीद को दिल मेरा तरस जाएगा। मेरी आँखों से मेरा प्यार बरस जाएगा।। जब सुकूँ मुझको नही देगी कोई वस्ल की रात। हिज्र बिच्छू सा मेरे जिस्म को डस जाएगा।। चाँदनी रात में आ जाऊंगी मिलने तुझसे । फूल सा मेरा बदन दिन में झुलस जाएगा।। दिल के दरवाजे में ताला है तेरे प्यार का जब। कैसे दिल में मेरे आकर कोई बस जाएगा।। प्यार का कैदी है अब साथ रहेगा खुशबू। छोड़कर अब कंहा बुलबुल ये क़फ़स जाएगा ©priya khushbu #alive_writings