आज नए पैमाने पर, एक आरजू की है हूक उठी I आज नए पैमाने पर, एक आरजू की है हूक उठी I आसमान को रोशन कर दू, ऐसी दिल में कूक उठी II मेहनत के अल्फाज़ो से, गूंजेगा जहान सारा I मेहनत के अल्फाज़ो से, गूंजेगा जहान सारा II तोड़े ना टूटू, छोडे ना छुट्टू, ऐसी ज़िद्द की है भुख उठी II मुश्किलों से मिलती है, मीनार की ऊंचाइयां I मुश्किलों से मिलती है, मीनार की ऊंचाइयां I आगाज़ से अंजाम तक, ख़्वाइशों की है फुंक उठी II #firstquote #aaghazz #rudh #shayari #shayarilover #shayar #shayriquotes #shayarioftheday