नींद की आगोश में कैसे जागता रहूं कोई खुल्द दे जिस तरफ ताकता रहूं तीरगी में आकर थाम ले दामन मेरा कब तलक भर के सासें भागता रहूं #वत्स #खुल्द #vatsa #dsvatsa #illiteratepoet #yqhindi #hindishayari #hindiquotes