आओ ना आज फिर चाँद देखते हैं..... रात के इस सन्नाटे में आसमान देखते हैं, कर दो ना अपने आंखों को इन यादों के अंशुओ से खाली... फिर कोई नया जहान देखते हैं..... समेट लो ना सब बोरिया बिस्तर कोई नया मकान देखते हैं, जब तक जिंदा हैं.. साथ चलो ना... फिर साथ में शमशान देखते हैं.... #chand #asmaan #samsaan #jahan