” सूनी कलाई ” एक हसरत थी कि मेरा एक भाई होता , जिसकी सूनी कलाई में मेरा प्यार होता ! लेकिन हसरत दिल की दिल में रह गई , उसकी सूनी कलाई भी सूनी रह गई ! – सोनल पंवार ©Sonal Panwar " सूनी कलाई " #Fourlinepoetry