हृदय के मकान मे, इक दिन, उम्मीद की खिड़की से, आशा की इक, नवजात किरण, तुलसी के आँगन मे, उसके आँचल तले, गोद मे उसकी, सर रख...मुस्काने लगी, ममता से तुलसी ने, माथा चूमा, और..अपनी पवित्रता, अपने नेहाश्रुओं संग, उसे थमा दी, हृदय के मकान मे, इक दिन, उम्मीद की खिड़की से, आशा की इक, नवजात किरण, तुलसी के आँगन मे, उसके आँचल तले, गोद मे उसकी,