वर्ष 1996 के आम चुनाव के पहले तक देश की सबसे मजबूत और प्रभावी कांग्रेस पार्टी होती थी तमिलनाडु जैसे कुछ राज्यों में इसकी ताकत ना के बराबर रह गई थी लेकिन अब तक राजनीतिक और राजनीतिक गठबंधन ओं के केंद्र में कांग्रेस ही होती थी चाहे समर्थन हो या विरोधी पूर्व राजनीति उसी के इर्द-गिर्द घूमती थी भारतीय जनता पार्टी लोकसभा में सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी शिवसेना सरकार में अटल बिहारी वाजपेई ने कहा था कि 1 दिन सूरज उगेगा कमल खिलेगा कमल खिलने का जो सिलसिला शुरू हो चुका है भारतीय जनता पार्टी में मौजूद भाजप भाजपा की इस जीत से राजनीति में कुछ नई परंपराओं की उम्मीद की जा सकती है यह की सकारात्मक नजरिए से उनकी वह वोट मांगा जा सकता है और जनता उसे अनुरोध को स्वीकार कर सकती है यह सकारात्मकता ही असर कहां जाएगा इस के दौर में उत्तर प्रदेश में पुरुषों की तुलना में ज्यादा महिलाओं ने वोट डाले विशेषकर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में महिला सामान्य बातचीत में या मानने में नहीं इसकी की योगी आदिनाथ की अगुवाई में चल रही सरकार की वजह से उन्हें गुंडा मवाली का सामना नहीं करना पड़ता है उत्तर प्रदेश के चुनाव में अखिलेश यादव तीन हरे रंग पर ज्यादा भरोसा कर रहे थे कृषि कानून विरोधी आंदोलनकारी की हरी टोपी में हरे भरे खेतों का नुकसान पहुंचने वाले बेसहारा पशुओं के साथ ही इस्लाम के हरे रंग कोरोनावायरस किया लेकिन जिस पश्चिम उत्तर प्रदेश में कृषि विरोधी आंदोलन का सबसे ज्यादा असर था वह भी जादू ने चलाया अखिलेश यादव की बदली हुई भाषा और मीडिया से लेकर पुलिस वालों के आक्रमण और उनके समर्थन को ही भले ही पसंद आया हो लेकिन आम मतदाताओं को अच्छा नहीं ©Ek villain #संतुलित भविष्य के सपने का फैसला #adventure