यहाँ केे कण-कण में भगवान झलकता है! सीचें अपने खून-पसीने से इस भूमि को...ऐसा कर्मठ किसान झलकता है! सत्य-अंहिसा के पुजारी हैं हम...इस बात का न हममे अभिमान झलकता है! न रखते हम किसी से द्वेष कभी जब भी देश के सम्मान की बात...अपने जान देने को तत्पर यहाँ का हर नौजवान झलकता है! धर्मनिरपेक्षता, अखण्डता की मशाल लिये इस जहान मे.. सारे जहाँ से सुन्दर अपना हिन्दुस्तान झलकता है!! #जय_हिन्द