ये दुनियाँ है यहाँ पर क़ामयाबी देखकर जला जाता है। छुप-छुप कर उन्हीं के नक़्श-ए-क़दम पर चला जाता है। कालिख़ हो हाथों में तो दूसरों के मुँह मला जाता है। यहाँ हर पल हर वक्त सिर्फ़ दूसरों को छला जाता है। 107. नक़्श-ए-क़दम - foot prints #yqdidi #yqquotes #नक़्श #रंजनकश्यप #दुनिया #yqhindi #life #lifequotes