a real feel with @ आज लब भी फड़फड़ा रहे थे कुछ चेहरा भी खिला था अजीब सा सुकून था उसे जब वह मुझसे मिला था कहना था शायद दिल की दास्तान पर कह नहीं पाया देखा चेहरा जब तो आंखों का काजल गालों पर मिला था गोलू स्वामी undicide moments