दर्दे-हयात ने क्या कहें, किस-किस दर्जा मार दिया हम जैसे तैसे जी लीते थे, अच्छा ख़ासा मार दिया यूं बादलों ने इस क़दर खेत को प्यासा मार दिया किस बात की रंजिश थी जाने, हमको भूखा मार दिया गर बड़ा हो लेता तो वो बहुत काम आ सकता था खेल-खेल में बच्चों ने आंगन का पौधा मार दिया दुश्मन होता तो हम भी गिन-गिन के बदला ले लेते क्या करें जब अपनों ने ही दिल पे भाला मार दिया ©Yamit Punetha [Zaif] मार दिया... #Zaif