*✍🏻“सुविचार"*📝 🌟*“16/6/2021”*🌟 🖋️*“बुधवार”*✨🖊️ ये “क्रोध” क्या है ? आपके “मन” की एक “भावना” है, “क्रोध” कभी कभी आवश्यक भी होता है जैसे कि आप एक “उचित पक्ष” में “खड़े” हुए है और सामने वाला “अधर्म” के पक्ष में खड़ा हुआ है और वो “विनम्रता” से ना माने, जैसे “श्रीराम” “क्रोधित” हुए थे “सागर” पर वो उचित थे, ये “क्रोध” सर्वप्रथम आपका “नाश” करता है,आपका “विवेक” हर लेता है,आप अपना “नियंत्रण” खो देते हो, अधिकतर लोग “क्रोध” में ऐसे “निर्णय” लेते है जो उन्हीं के “पतन” का कारण बनते है, और कुछ लोग तो ये कहते है कि हमारे “जीवन” में इतनी “पीड़ा” है,इतने “संकट” है कि “क्रोध” आ ही जाता है, तो ऐसे “समय” में उचित यहीं है कि आप स्वयं को इस “क्रोध” से दूर कर ले,और फिर “समस्या का निवारण” करे क्योंकि यहीं “निवारण” आपको “जीवन के श्रेष्ठ स्तर” पर ले जाता है इसलिए “क्रोध” से दूर रहे और स्वयं को “प्रसन्न” रखिए... *🖊️“अतुल शर्मा🖋️📝✨* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🌟*“16/6/2021”*🌟 🖋️ *“बुधवार”*✨🖊️ #“क्रोध” #“मन” की “भावना”