White टूट कर बिखर जाना , फिर बिखर कर प्रकृति में समा जाना फिर उस प्रकृति में ही जन्म लेकर बड़े होना , फलना,फूलना और इस चक्र का निरंतर चलना यही तो है बार बार आत्मा का परमात्मा से मिलन । ©Kalpana Srivastava #परमात्मा विचित्र शायर