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राजा रानी फकीर के किस्से नहीं रहे अब मेरे हिस्से,

राजा रानी फकीर के किस्से नहीं रहे अब मेरे हिस्से,
देवी गीत के बोल सुहाने बिखर गये वो सुनते थे जिससे,
अम्मा तुम हम सबकी जड़ में तुम ही तो हो नींव हमारी,
मुझे आ रही याद तुम्हारी, मुझे आ रही याद तुम्हारी। दादी अम्मा की याद में......
राजा रानी फकीर के किस्से नहीं रहे अब मेरे हिस्से,
देवी गीत के बोल सुहाने बिखर गये वो सुनते थे जिससे,
अम्मा तुम हम सबकी जड़ में तुम ही तो हो नींव हमारी,
मुझे आ रही याद तुम्हारी, मुझे आ रही याद तुम्हारी। दादी अम्मा की याद में......